प्रयागराज

अन्जुमन मेराजे अज़ा की शब्बेदारी के ३७ वें दौर में रात भर गूंजी नौहे और मातम की सदाएं मेराज हो अज़ा की हैं मेहमान फातिमा! आओ कुछ इस तरहां से करें मातमे हुसैन!!

प्रयागराज आवाम न्यूज़ एक्सप्रेस सह संपादक दुर्गा मिश्रा की रिपोर्ट

प्रयागराज आवाम न्यूज़ एक्सप्रेस सह संपादक दुर्गा मिश्रा की रिपोर्ट

प्रयागराज:- करबला के मैदान में चौदह सौ बरस पहले तीन दिन के भूखे प्यासे शहीद हुए खानदाने रिसालत के ७२ अफ्राद को यज़ीदी लश्कर द्वारा बरछी भाला नैज़ा और तेग़ व तलवार से बेरहमी से क़त्ल कर दिया गया था।आज भी उनका ग़म मनाने का सिलसिला जारी है।इसी क्रम में अन्जुमन मेराजे अज़ा शब्बेदारी कमेटी रानीमंडी की ओर से रानीमंडी के क़ाज़मी लॉज में शब्बेदारी में पूरी रात नौहों और मातम की सदाएं गूंजीं।रज़ा इस्माईल सफवी की मर्सियाख्वानी से शब्बेदारी का आग़ाज़ हुआ। मौलाना डॉ रिज़वान हैदर रिज़वी ने करबला की अज़ीम जंग का मार्मिक अन्दाज़ में ज़िक्र किया।वहीं मौलाना आमिरुर रिज़वी साहब क़िब्ला ने अपनी ग़मज़दा तक़रीर से अक़ीदतमन्दों की आंखों को छल छला दिया।नायाब बलियावी व सहर अर्शी जौनपुर ने संयुक्त रूप से संचालन की ज़िम्मेदारी निभाई। अन्जुमन जाफरिया जाफराबाद जलालपुर , अन्जुमन अब्बासिया निमोली सादात फैज़ाबाद , अन्जुमन असग़रिया जंगीपुर देवकटिया ग़ाज़ीपुर , अन्जुमन अंसारे हुसैनी रसूलापूरा वाराणसी , अन्जुमन जाफरिया पतारपूर आजमगढ़ के नौहाख्वानो ने रात भर नौहा पढ़ा।मुक़ामी अन्जुमनो में अन्जुमन अब्बासिया रानीमंडी , मज़लूमिया रानीमंडी , शब्बीरिया रानीमंडी , मोहाफिज़े अज़ा दरियाबाद व अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया बख्शी बाज़ार ने शब्बेदारी में शिरकत करते हुए पुरदर्द नौहा पढ़ा तो सदस्यों ने जमकर मातम किया। अन्जुमन जाफरिया जाफराबाद जलालपुर ने दहकते अंगारों पर ज़न्जीरो को गर्म करके पुश्तज़नी की।शबीहे ताबूत ज़ुलजनाह व अलम की ज़ियारत भी कराई गई।कमेटी के सरपरस्त गौहर क़ाज़मी , सरपरस्त मज़ाहिर अब्बास रिज़वी देहली ,सदर अनवार अब्बास ,शकील अब्बास ,अरशद नक़वी , हसन नक़वी ,सैय्यद मोहम्मद अस्करी , शाहिद अब्बास ‘प्रधान’ ,ज़ीशान खान , तय्याबैन आब्दी , मुन्तजिर रिज़वी ,सामिन अब्बास ,फ़ैज़ मोहम्मद ,इमरान सब्ज़वारी ,आसिफ अब्बास ‘अमन’ ,वसी हैदर ,सफी नक़वी ,समी नक़वी, मोहम्मद रिज़वी ,हैदर मिर्ज़ा ,अली क़ासिम ,तारिक़ अब्बास ,कल्बे अब्बास ,एहतेशाम अब्बास ,इब्ने अब्बास आदि इन्तेज़ामात की ज़िम्मेदारी सम्भालते रहे।वहीं दरियाबाद इमामबाड़ा अरब अली खां में फरज़न्दे ज़हरा कमेटी की ओर से यौमे इमाम ए हसन में अन्जुमन हुसैनिया क़दीम दरियाबाद ने तबल की थाप पर ज़न्जीरो से पुश्तज़नी की।तो नजीब इलाहाबादी के संचालन और शफक़त अब्बास पाशा ,पार्षद फसाहत हुसैन की उपस्थिति में अन्जुमन हुसैनिया रजिस्टर्ड , अन्जुमन असग़रिया दरियाबाद,अन्जुमन नक़विया दरियाबाद , अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया बख्शी बाज़ार , अन्जुमन अब्बासिया रानीमंडी के नौहाख्वानो ने सिलसिलेवार नौहा पढ़ा।लाईटों को बुझा कर अंधेरे में ज़ाकिरे अहलेबैत अशरफ अब्बास खां साहब ने तक़रीर की तो लाल रौशनी कर लोबान की धूनी में ताबूत ए इमाम हसन निकाला गया।