अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता.
गणपति अथवा गणनायक एक प्रकार से प्रजापति अथवा प्रजापिता शब्द का पर्यायवाची है क्योंकि गण और प्रजा लगभग समानार्थक हैं । अतः कहा जा सकता है कि गणपति प्रजापिता ब्रह्मा ही थे यह उनका कर्तव्य वाचक नाम है क्योंकि प्रजापिता ब्रह्मा ने ही परम पिता परमात्मा शिव से ज्ञान को प्राप्त कर ज्ञानियों में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया और परमपिता परमात्मा शिव ने उनके पुराने संस्कारों के स्थान पर नए संस्कार और दिव्य बुद्धि प्रदान की । उन्होंने ईश्वरीय बुद्धि के आधार पर नई सृष्टि की स्थापना के कार्य में आए विघ्नों को पार किया इसीलिए वे विघ्न विनाशक भी हैं ।

*🌻🌻🪔🪔जय माता दी प्रयागराज धार्मिक सभ्य समाज बागेश्वर धाम सरकार शिव रहस्य ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः जय मां विंध्यवासिनी आवाम न्यूज़ एक्सप्रेस ग्रुप की प्रस्तुति 🪔🪔🌻🌻*
🌄श्री सनातन हिंदू पंचांग-11.07.2023🌄
🌞दैनिक पंचांग एवं दैनिक राशिफल🌞 *शुभ मंगलवार*🪴🌻🪴🌹
*शुभ प्रभात्*🪴🌺🪴🌸
74-30✴️75.00✴️75-30
(केतकी चित्रापक्षीय गणितानुसारेण निर्मितम्)
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जन्मकुंडली-कुंडली मिलान-राशिरत्न-वास्तुदोष
सटीक जानकारी-प्रभावी समाधान
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___आज विशेष___
भगवान् श्रीगणेश जी के आध्यात्मिक रहस्य
प्रामाणिक एवं शास्त्रोक्त जानकारी
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__दैनिक पंचांग विवरण_____
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आज दिनांक………………….11.07.2023
कलियुग संवत्…………………………5125
विक्रम संवत………………………….. 2080
शक संवत……………………………..1945
संवत्सर……………………………. श्री पिंगल
अयन…………………………….. दक्षिणायण
गोल…………………………………….. उत्तर
ऋतु……………………………………… वर्षा
मास…………………………….. प्रथम् श्रावण
पक्ष……………………………………… कृष्ण
तिथि………. नवमी. सायं. 6.05 तक / दशमी
वार………………………………….. मंगलवार
नक्षत्र………अश्विनी. सायं. 7.04 तक / भरणी
चंद्र राशि………………. मेष. संपूर्ण (अहोरात्र)
योग………. .सुकर्मा. प्रातः 10.51 तक / धृति
करण…………………तैत्तिल. प्रातः 6.19 तक
करण…………. गर. सायं. 6.05 तक / वणिज
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नोट-जिस रात्रि समय के ऊपर(*) लगा हुआ हो
वह समय अर्द्ध रात्रि के बाद सूर्योदय तक का है
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*विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट*
🌞श्री सनातन हिंदू पंचांग के अनुसार🌞
दिल्ली -10 मिनट———जोधपुर +6 मिनट
जयपुर – 5 मिनट—– अहमदाबाद +8 मिनट
कोटा – 5 मिनट————-मुंबई +7 मिनट
लखनऊ – 25 मिनट——बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट–जैसलमेर +15 मिनट
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-सूर्योंदयास्त दिनमानादि-अन्य आवश्यक सूची-
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सूर्योदय…………………. प्रातः 5.49.40 पर
सूर्यास्त…………………. सायं. 7.24.06 पर
दिनमान-घं.मि.सै…………………13.34.26
रात्रिमान-घं.मि.सै……………….. 10.25.59
चंद्रास्त…………………… 1.50.28 PM पर
चंद्रोदय……………………1.15.16 AM पर
राहुकाल…अपरा. 4.00 से 5.42 तक(अशुभ)
यमघंट…..प्रातः 9.13 से 10.55 तक(अशुभ)
गुलिक………….अपरा. 12.37 से 2.19 तक
अभिजित……….मध्या. 12.10 से 1.04 तक
पंचक…………………………………..नहीं है
शुभ हवन मुहूर्त(अग्निवास)……………आज है
दिशाशूल…………………………..उत्तर दिशा
दोष परिहार…….. गुड़ का सेवन कर यात्रा करें
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🌄विशिष्ट काल-मुहूर्त-वेला परिचय🌄
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अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता.
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ब्रह्म मुहूर्त – सूर्योदय से पहले का 1.30 घंटे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है..
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प्रदोष काल – सूर्यास्त के पहले 45 मिनट और
बाद का 45 मिनट प्रदोष माना जाता ता है…
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गौधूलक काल-सूर्यास्त से 12 मिनट पहले और 12 मिनट बाद का समय गौधूलिक कहलाता है
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🌄✴️भद्रा वास शुभाशुभ विचार✴️🌄
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भद्रा मेष, वृष, मिथुन, वृश्चिक के चंद्रमा में स्वर्ग में व कन्या, तुला, धनु, मकर के चंद्रमा में पाताल लोक में और कुंभ, मीन, कर्क, सिंह के चंद्रमा में मृत्युलोक में मानी जाती है यहां स्वर्ग और पाताल लोक की भद्रा शुभ मानी जाती हैं और मृत्युलोक की भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होते हैं इसी तरह भद्रा फल विचार करें..
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✴️सूर्योदय कालीन ग्रह एवं लग्न स्पष्ट✴️
_ग्रह…….राशि–अंश–कला–नक्षत्र चरणाक्षर_
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लग्न ……….. मिथुन 23°58′ पुनर्वसु 2 को
सूर्य………… मिथुन 24°18′ पुनर्वसु 2 को
चन्द्र ………………… मेष 6°3′ अश्विनी 2 चे
बुध ^ ………………. .कर्क 5°31′ पुष्य 1 हु
शुक्र ………………… सिंह 1°52′ मघा 1 मा
मंगल……………….. सिंह 6°9′ मघा 2 मी
बृहस्पति ……….. मेष 16°42′ भरणी 2 लू
शनि *……… कुम्भ 12°41′ शतभिषा 2 सा
राहू *……………… मेष 5°59′ अश्विनी 2 चे
केतु *……………….. तुला 5°59′ चित्रा 4 री
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चौघड़िया (दिन-रात)**केवल शुभ कारक
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✴️🌄दिन का चौघड़िया🌄✴️
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चंचल…………..प्रातः 9.13 से 10.55 तक
लाभ…………..पूर्वा. 10.55 से 13.37 तक
अमृत………….अपरा. 12.37 से 2.19 तक
शुभ……………..अपरा. 4.00 से 5.42 तक
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✴️🌄रात्रि का चौघड़िया🌄✴️
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लाभ…………… रात्रि. 8.42 से 10.01 तक
शुभ……..रात्रि. 11.19 से 12.37 AM तक
अमृत..रात्रि. 12.37 AM से 1.55 AM तक
चंचल….रात्रि. 1.55 AM से 3.14 AM तक
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(विशेष – ज्योतिष शास्त्र में एक शुभ योग और एक अशुभ योग जब भी साथ साथ आते हैं तो शुभ योग की स्वीकार्यता मानी गई है )
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🌞🕉️शुभ शिववास की तिथियां🕉️🌞
शुक्ल पक्ष-2—–5—–6—- 9——-12—-13.
कृष्ण पक्ष-1—4—-5—-8—11—-12—-30.
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दिन नक्षत्र एवं चरणाक्षर संबंधी संपूर्ण विवरण
जानकारी विशेष -यदि किसी बालक का जन्म गंड मूल(रेवती, अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा और मूल) नक्षत्रों में होता है तो नक्षत्र शांति की आवश्यकता मानी गयी है,करवाना चाहिये..
आज जन्मे बालकों का नक्षत्र के चरण अनुसार राशिगत् नामाक्षर.
06.56 AM तक—अश्विनी—–2——चे
12.59 PM तक—अश्विनी—–3—–चो 07.04 PM तक—अश्विनी—–4—–ला
01.10 AM तक—-भरणी—–1—–ली
उपरांत रात्रि तक—-भरणी—–2—– लू
___राशि मेष -पाया स्वर्ण__ _________
__आज का दिन__
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व्रत विशेष…………………………….. नहीं है अन्य व्रत……………………………… .नहीं है
दिन विशेष…….. श्रावण रुद्राभिषेक कर्म जारी
दिन विशेष……………. विश्व जनसंख्या दिवस
पर्व विशेष…………………………… . नहीं है पंचक………………………………… नहीं है विष्टि(भद्रा)………………………………. . नहीं है
खगोलीय………………………………. नहीं है
सर्वा.सि.योग…. . .सूर्योदय से सायं. 7.04 तक
अमृत.सि.योग…………………………. नहीं है
सिद्ध रवियोग…………………………. नहीं है _______
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_अगले दिन की प्रतीकात्मक जानकारी__
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दिनांक………………………..12.07.2023
तिथि…………….. .श्रावण कृष्णा 10 बुधवार
व्रत विशेष…………………………… ..नहीं है अन्य व्रत……………………………… नहीं है
दिन विशेष……. श्रावण रुद्राभिषेक कर्म जारी
दिन विशेष……………………………..नहीं है
पर्व विशेष…………………………… ..नहीं है पंचक………………………………… नहीं है विष्टि(भद्रा)…… ..सूर्योदय से सायं. 6.00 तक
खगोलीय…..बुधोदय पश्चिमे. रात्रि. 1.15* पर
सर्वा.सि.योग…….. रात्रि. 7.43 से रात्रि पर्यंत
अमृत.सि.योग………………………… नहीं है
सिद्ध रवियोग………………………… नहीं है
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___आज विशेष __
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भगवान् श्रीगणेश जी के आध्यात्मिक रहस्य :
भारत देश की सभ्यता संस्कृति का त्यौहार एक अभिन्न अंग है । त्यौहार हमारे जीवन में विभिन्न प्रकार की खुशियां, उमंग उत्साह लेकर आते हैं इन्हीं त्यौहारों में से एक त्यौहार गणेश चतुर्थी है.
गणेश जी के पूरे शरीर को सिर को अलग कर के देखेंगे तो मनुष्य का ही शरीर दिखता है परंतु इस शरीर को हाथी का चेहरा दिया गया है इसीलिए उन्हें गजधर कहते हैं जिनमें हाथी के समान अंग दिखाई दिए हैं । आंख, कान, सूंड, दांत आदि । परंतु इन सभी के पीछे जो आध्यात्मिक रहस्य है वह इस प्रकार है ।
सूंड
सूंड आध्यात्मिक शक्ति की प्रतीक है । हाथी की सूंड इतनी मजबूत और शक्तिशाली होती है कि वह वृक्ष को भी उखाड़ कर, सूंड में लपेटकर ऊपर उठा लेता है । गोया वह एक बुलडोजर और क्रेन दोनों का कार्य एक साथ कर सकता है । साथ ही छोटे-छोटे बच्चों को भी प्रणाम करता है, किसी को पुष्प अर्पित करता है, पानी का लोटा चढ़ाकर पूजा करता है, सुई जैसी सुक्ष्म चीज को भी उठा लेता है । ज्ञानवान व्यक्ति भी अपने मूल आदतों को जड़ों से उखाड़कर फेंकने में समर्थ होता है । सुक्ष्म से सुक्ष्म बातों को भी धारण करने के लिए, दूसरों को सम्मान,स्नेह और आदर देने में वह कुशल होता है । अपने पुराने संस्कारों को जड़ से पकड़कर निकाल फेंकने के लिए भी हाथी की सूंड जैसी उसमें आध्यात्मिक शक्ति होती है । इस तरह हाथी की सूंड ज्ञानी व्यक्तियों की क्षमताओं का प्रतीक हैं ।
कर्ण
उनके कान पंखे जैसे बड़े बड़े होते हैं बड़े-बड़े खुले कान हमें यह शिक्षा देते हैं कि आवश्यक एवं महत्वपूर्ण बात चाहे वह स्व के प्रति हो या अन्य के प्रति से ध्यान से सुने । कान को मुख्य ज्ञानेंद्रिय माना गया है । गुरु भी जब अपने शिष्य को मंत्र देते हैं तो उसके कान में ही उच्चारण करते हैं । भगवान ने जब गीता ज्ञान दिया तो अर्जुन ने कानों के द्वारा ही उसे सुना । अतः बड़े-बड़े कान, ज्ञान श्रवण के प्रतीक हैं । वे ध्यान से, जिज्ञासापूर्वक, ग्रहण करने की भावनाओं को भावना से, पूरा चित्त देकर सुनने के प्रतीक हैं । ज्ञान की साधना में श्रवण, मनन और निज अध्ययन यह तीन पुरुषार्थ बताए गए हैं । इनमें सबसे प्रथम श्रवण है । ज्ञान के सागर परमात्मा के विस्तृत ज्ञान का श्रवण इन बड़े कानों से समुचित करना ही इसका प्रतीक है ।
आंखें
उनकी आंखे दिव्य दृष्टि वाली होती है उसे छोटी चीज भी बड़ी दिखाई देती है । यदि उसे छोटी चीज भी दिखाई नहीं देती तो वह सबको अपने पांव के नीचे रौंदता चला जाता । दूसरा उनकी आंखें छोटी लेकिन दूरदर्शिता का प्रतीक होती हैं । हमारे जीवन में कई सुक्ष्म बातें,.रहस्यपूर्ण बातें होती हैं जिन्हें दूरदर्शिता को ध्यान में रखते हुए, उनके परिणाम को देखते हुए, फिर अपनानी चाहिए । ज्ञानवान व्यक्ति का भी एक गुण होता है । वह छोटो में भी बढ़ाई देखता है । हर एक की महानता उसके सामने उभरकर आती है और सब का सब को आदर देता है उसके मन को अपने शब्दों से रौधता नहीं है ।
महोदर
बोलचाल की भाषा में यह कहा जाता है कि इसका तो पेट बड़ा है इनको कोई भी बात सुना दी जाए तो वह बाहर नहीं निकलती हैं । गणेश जी का पेट बहुत बड़ा होता है । जो कि समाने की शक्ति का प्रतीक है । ज्ञानवान व्यक्ति के सामने भी निंदा स्तुति, जय-पराजय ऊंच-नीच की परिस्थितियां आती है परंतु वह उनको स्वयं में संभाल लेता है । गणेश जी का लंबा पेट अथवा बड़ा पेट ( महोदर ) ज्ञानवान के इसी गुणों का प्रतीक है ।
गणेश जी की चार भुजाएं दिखाई जाती है उनमें से एक में कुल्हाड़ा दिखाया जाता है । कुल्हाड़ा तो काटने का एक साधन है ज्ञानवान व्यक्ति मे ममता के बंधन काटने और संस्कारों को जड़ से उखाड़ने की क्षमता होती है उसी का प्रतीक यह कुल्हाड़ा है । ज्ञान एक कुल्हाड़ी की तरह से है जो उसके मन के जुड़े हुए दैहिक नातो को चूर चूर कर देता है । गीता में भी ज्ञान को तेज तलवार की उपमा दी गई है जिससे कि काम रूपी शत्रु को मारने के लिए कहा गया है । आसुरी संस्कारों को मार मिटाने के लिए ज्ञानरूपी कुल्हाड़ा जिसके पास है वह आध्यात्मिक योद्घा ही ज्ञानी है । हमें गणेश जी जैसा पूजनीय बनाना है तो हमें भी ऐसी बड़ी शक्तियां धारण करनी होगी ।
वरद् मुद्रा
गणपति जी का एक हाथ सदा वरद मुद्रा में दिखाया जाता है । देवता हमेशा देने वाले ही होते हैं । जिसकी जैसी भावना, श्रद्धा होती है उन्हें वैसी ही प्राप्ति अल्पकाल के लिए होती है । वरद मुद्रा इस बात का प्रतीक है । जैसे गणेश जी हमेशा दाता के रूप रहते हैं वैसे ही ज्ञानवान व्यक्ति की स्थिति ऐसी महान हो जाती है कि वह दूसरों को निर्भयता और शांति का वरदान देने की सामर्थ वाला हो जाता है । वह अपनी शुभ मनसा से दूसरों को आशीष प्रदान कर सकता है ।
बंधन ( रस्सी )
आत्मा का परमात्मा के साथ नाता जोड़ना भी प्रेम के बंधन में बँधना है । गणपति जी के एक हाथ में जो डोरे (बंधन) हैं वह इसी प्रेम के डोरे हैं । वे दिव्य नियमों के शुद्ध बंधन है । ज्ञानी स्वयं इन नियमों के बंधनों में स्वयं को ढालता है ।
इसका दूसरा भाव है कि आत्मा परमधाम से अकेली आती है जैसे ही वह देह में प्रवेश करती हैं तो कई संबंधों के बंधनो में बंध जाती है और उनके साथ उसका कर्मों का लेखा जोखा शुरू हो जाता है । ऐसे कई बंधनों में बंधती चली जाती है । इसमें सुख के बंधन कम और दुख के बंधन अधिक होते हैं । इन बंधनों से मुक्त होने के लिए ही आत्मा ईश्वर के पास आती है कि मुक्तिदाता मुझे मुक्त करो ।
मोदक
मोदक शब्द खुशी प्रदान करने वाली वस्तु का वाचक है । लड्डू बनाने के लिए चनों को पीसना, भीगाना, भूनना पड़ता है तब कहीं जाकर वह प्रिय पदार्थ बनता है । इसी प्रकार ज्ञानवान व्यक्ति को भी अनेक कठिनाइयों, संकटों, दुश्वारियों इत्यादि में से गुजरना पड़ता है अर्थात उसे तपस्या करनी पड़ती है । जीते जी मरना होता है और इसी से वह अधिकाधिक मिठास व ज्ञान का रस अपने आप में भरता है । तब वह स्वयं भी सदा खुश रहता है और दूसरों को भी खुशी प्रदान करता है । इस प्रकार हाथ में मोदक का होना ज्ञान निष्ठा, ज्ञान रस से सराबोर स्थिति का प्रतीक है ।
इसका दूसरा भाव यह है कि हम हमेशा मुख से मीठा बोले, कड़वा न बोले हर एक को सुख पहुंचाये, ऐसे बोल बोले कि किसी का मान सम्मान और बढ़े ।
गणपति जी के अलंकारों व प्रतीको का उल्लेख किया गया है इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि गणपति जी, परमपिता परमात्मा द्वारा प्राप्त ज्ञान को गहराई से समझने वाले, उसे जीवन में पूर्णता व्यवहार में लाने वाले, स्वयं लक्ष्य स्वरूप और ज्ञान की शक्तियों को प्राप्त करने वाले ही का प्रतीक है।
गणपति अथवा गणनायक एक प्रकार से प्रजापति अथवा प्रजापिता शब्द का पर्यायवाची है क्योंकि गण और प्रजा लगभग समानार्थक हैं । अतः कहा जा सकता है कि गणपति प्रजापिता ब्रह्मा ही थे यह उनका कर्तव्य वाचक नाम है क्योंकि प्रजापिता ब्रह्मा ने ही परम पिता परमात्मा शिव से ज्ञान को प्राप्त कर ज्ञानियों में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया और परमपिता परमात्मा शिव ने उनके पुराने संस्कारों के स्थान पर नए संस्कार और दिव्य बुद्धि प्रदान की । उन्होंने ईश्वरीय बुद्धि के आधार पर नई सृष्टि की स्थापना के कार्य में आए विघ्नों को पार किया इसीलिए वे विघ्न विनाशक भी हैं ।
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अस्वीकरण(Disclaimer)दैनिक पंचांग, धर्म, ज्योतिष,राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें…
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मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आज आप अपनी शारीरिक सेहत सुधारने के लिए संतुलित आहर लें धन आपके लिए जरुरी है लेकिन धन को लेकर इतने संजीदा न हो जाएं कि अपने रिश्तों को ही खराब कर दें। आपको ख़ुश रखने के लिए आपके बच्चे जो कुछ बन पड़ेगा, वह करेंगे। आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। आज आपका दुःख बर्फ़ की तरह पिघल जाएगा। अपने वरिष्ठों को नज़रअंदाज़ न करें। लम्बे वक़्त से लटकी हुई दिक़्क़तों को जल्द ही हल करने की ज़रूरत है और आप जानते हैं कि आपको कहीं-न-कहीं से शुरुआत करनी होगी- इसलिए सकारात्मक सोचें और आज से ही प्रयास शुरू करें। जीवनसाथी से आपको अपने दिल की सारी बातें करने का भरपूर समय मिलेगा।
वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो)
आज बचपन की यादें आपके मन पर छायी रहेंगी। लेकिन इस काम में आप ख़ुद को मानसिक तनाव दे सकते हैं। आपके तनाव और परेशानी की एक बड़ी वजह बचपन की मासूमियत को जीने की चाह है, इसलिए खुलकर जिएँ। आज इस राशि के कुछ बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकती है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी। आपके व्यक्तिगत मोर्चे पर कोई बड़ी चीज़ होने वाली है, जो आपके और आपके परिवार के लिए उल्लास
लेकर आएगी। अपनी पेशेवर क्षमताओं को बढ़ाकर आप करिअर में नए दरवाज़े खोल सकते हैं। अपने क्षेत्रे में आपको अपार सफलता मिलने की संभावना भी है। अपनी सभी क्षमताओं को निखारकर औरों से बेहतर बनने की कोशिश करें। ऐसे लोगों से जुड़ने से बचें जो आपकी प्रतिष्ठा को आघात पहुँचा सकते हैं। ज़रूरत के वक़्त आपका जीवनसाथी आपके परिवार की अपेक्षा अपने परिवार को ज़्यादा तरजीह देता हुआ नज़र आ सकता है।
मिथुन- (क की कू घ ङ छ के को ह)
आज आप अपना धैर्य न खोएँ, ख़ास तौर पर मुश्किल हालात में। माता-पिता की मदद से आप आर्थिक तंगी से बाहर निकलने में क़ामयाब रहेंगे। आपका कोई क़रीबी आज काफ़ी अजीब मूड में होगा और उसे समझना लगभग असंभव साबित होगा। कुछ लोगों के लिए जल्द ही शादी की शहनाई बज सकती है, जबकि दूसरे ज़िन्दगी में नए रोमांस का अनुभव करेंगे। किसी नयी परियोजना पर काम करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार लें। जीवन की पेचीदिगियों को समझने के लिए आज घर के किसी वरिष्ठ सदस्य के साथ आप वक्त गुजार सकते हैं। आज आप अपने जीवनसाथी के साथ कुछ बेहतरीन पल गुज़ार सकेंगे।
कर्क- (ही हू हे हो डा डी डू डे डो)
आज आप मानसिक और शारीरिक तौर पर थकान महसूस कर सकते हैं, थोड़ा-सा आराम और पौष्टिक आहार आपके ऊर्जा-स्तर को उठाए रखने में अहम साबित होगा। किसी करीबी रिश्तेदार की मदद से आज आप अपने करोबार में अच्छा कर सकते हैं जिससे आपको आर्थिक लाभ भी होगा। आपकी भरपूर ऊर्जा और ज़बरदस्त उत्साह सकारात्मक परिणाम लाएंगे व घरेलू तनाव दूर करने में मददगार रहेंगे। बैंकिग क्षेत्र से जुड़े लोगों को कोई अच्छी ख़बर मिल सकती है। पदोन्नति की काफ़ी संभावना है। आप अपनी ख़ुशी दुगनी करने के लिए सहकर्मियों से बांट सकते हैं। यात्रा और शिक्षा से जुड़े काम आपकी जागरुकता में वृद्धि करेंगे। संभव है कि आज आपका जीवनसाथी ख़ूबसूरत शब्दों में यह बताए कि आप उनके लिए कितने क़ीमती हैं।
सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे) आज आप अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें, जो आध्यात्मिक जीवन के लिए आवश्यक है। मस्तिष्क जीवन का द्वार है, क्योंकि अच्छा-बुरा सब-कुछ इसी के माध्यम से आता है। यही ज़िंदगी की समस्याएँ दूर करने में सहायक सिद्ध होता है और सही सोच से इंसान को आलोकित करता है। यदि आप किसी से उधार वापस मांग रहे थे और अब तक वो आपकी बात को टाल रहा था तो आज बिना बोले ही वो आपको पैसा लौटा सकता है। दिन के उत्तरार्ध में अचानक आई कोई अच्छी ख़बर पूरे परिवार को ख़ुशी देगी। आप जहाँ हैं वहीं रहेंगे, बावजूद इसके प्यार आपको एक नए और अनोखे लोक में ले जाएगा। साथ ही आज आप रोमानी सफ़र पर भी जा सकते हैं। बहादुरी भरे क़दम और फ़ैसले आपको अनुकूल पुरुस्कार देंगे। दिन अच्छा है, आज के दिन अपने लिए समय निकालें और अपनी कमियों और खूबियों पर गौर करें । इससे आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। आपका अपने जीवनसाथी के साथ तनावपूर्ण संबंध रह सकता है। जहां तक सम्भव हो बात को बढ़ने न दें।
कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो)
आज आपका तनाव काफ़ी हद तक ख़त्म हो सकता है। आज घर से बाहर बड़ों का आशीर्वाद लेकर निकलें इससे आपको धन लाभ हो सकता है। घर में कुछ बदलाव लाने के लिए पहले बाक़ी लोगों की राय भली-भांति जान लें। अचानक मिला कोई सुखद संदेश नींद में आपको मीठे सपने देगा। काम की अधिकता के बावजूद भी आज कार्यक्षेत्र में आपमें ऊर्जा देखी जा सकती है। आज आप दिये गये काम को तय वक्त से पहले ही पूरा कर सकते हैं। आज रात को जीवनसाथी के साथ खाली वक्त बिताते समय आपको लगेगा कि आपको उन्हें और भी वक्त देना चाहिए। संभव है कि आपके माता-पिता आपके जीवनसाथी को कुछ शानदार आशीर्वाद दें, जिसके चलते आपके वैवाहिक जीवन में और निखार आएगा।
तुला- (रा री रू रे रो ता ती तू ते)
आज आपका क्षणिक ग़ुस्सा विवाद और दुर्भावना की वजह बन सकता है। इस राशि के कुछ लोगों को आज जमीन से जुड़े किसी मुद्दे को लेकर धन खर्च करना पड़ सकता है। पारिवारिक उत्तरदायित्व में वृद्धि होगी, जो आपको मानसिक तनाव दे सकती है। आज प्रेम-संबंधों में अपने स्वतन्त्र विवेक का इस्तेमाल कीजिए। लोग आपको अपने बढ़िया काम के लिए कार्यक्षेत्र में पहचानेंगे। वह काम जो आज आप दूसरों के लिए स्वेच्छा से करेंगे, न सिर्फ़ औरों के लिए मददगार साबित होगा बल्कि आपके दिल में ख़ुद की छवि भी सकारात्मक होगी। आपका जीवनसाथी आपको पाकर ख़ुद को ख़ुशनसीब समझता है; इन पलों का भरपूर उपयोग करें।
वृश्चिक- (तो ना नी नू ने नो या यी यू)
आज एक ख़ुशनुमा दिन के लिए मानसिक तनाव और झंझटों से बचें। आपके मन में जल्दी पैसे कमाने की तीव्र इच्छा पैदा होगी। दोस्त और जीवनसाथी आपके लिए सुकून और ख़ुशी लेकर आएंगे, नहीं तो आपका दिन बुझा-बुझा और दौड़-भाग से भरा रहेगा। आप अपने प्रिय के साथ में आराम महसूस करेंगे। आज आपके पास अपनी धनार्जन की क्षमता को बढ़ाने के लिए ताक़त और समझ दोनों ही होंगे। आप खुद को समय देना जानते हैं और आज तो आपको काफी खाली समय मिलने की संभावना है। खाली समय में आज आप कोई खेल-खेल सकते हैं या जिम जा सकते हैं। काफ़ी वक़्त बाद आप और आपका जीवनसाथी एक शान्त दिन साथ बिता सकते हैं।
धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे)
आज आप एक ख़ुशनुमा दिन के लिए मानसिक तनाव और झंझटों से बचें। नया आर्थिक क़रार अंतिम रूप लेगा और धन आपकी तरफ़ आएगा। आपको अपना बाक़ी वक़्त बच्चों के संग गुज़ारना चाहिए, चाहे इसके लिए आपको कुछ ख़ास ही क्यों न करना पड़े। आपमें बहुत-कुछ हासिल करने की क्षमता है- इसलिए अपने रास्ते में आने वाले सभी मौक़ों क झट से लाभ लें। आज काफ़ी दिगाग़ी कसरत मुमकिन है। आपमें से कुछ शतरंज खेल सकते हैं, वर्ग-पहेली हल कर सकते हैं, कोई कविता-कहानी लिख सकते हैं या भविष्य की योजनाओं पर गहराई से सोच सकते हैं।
मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी)
आज अपने बच्चे का प्रदर्शन आपको बहुत ख़ुशी देगा। भागीदारी वाले व्यवसायों और चालाकी भरी आर्थिक योजनाओं में निवेश न करें। घर में मरम्मत का काम या सामाजिक मेल-मिलाप चलता रहेगा। कार्यक्षेत्र में लक्ष्य हासिल करने के लिए अपनी पूरी ऊर्जा को इसी ओर लगाएँ। बिना किसी पूर्व सूचना के आज आपका कोई रिश्तेदार आपके घर पधार सकता है जिसकी वजह से आपका कीमती समय उनकी खातिरदारी में जाया हो सकता है। जीवनसाथी के साथ यह एक बढ़िया दिन गुज़रने वाला है।
कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द)
आज घर पर तनाव का माहौल आपको नाराज़ कर सकता है। इसे दबाना आपकी शारीरिक समस्याओं में वृद्धि कर सकता है। शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाकर इससे निजात पाएँ। ख़राब हालात से दूर रहना ही बेहतर है। जो लोग अब तक पैैसे को बिना सोचे विचारे उड़ा रहे थे उन्हें आज पैसे की बहुत आवश्यकता पड़ सकती है और आज आपको समझ में आ सकता है कि पैसे की जीवन में क्या अहमियत है। आपका अड़ियल रवैया घर पर लोगों के दिलों को चोट पहुँचा सकता है, यहाँ तक कि नज़दीकी दोस्त भी आहत हो सकते हैं। आपके पास आज अपनी क्षमताओं को दिखाने के मौक़े होंगे। यात्रा और भ्रमण वग़ैरह न सिर्फ़ आनन्ददायक सिद्ध होंगे, बल्कि काफ़ी शिक्षाप्रद भी रहेंगे। अपने जीवनसाथी के साथ आप आज एक शानदार शाम गुज़ार सकते हैं।
मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची)
आज आपका बच्चों जैसा भोला स्वभाव फिर सतह पर आ जाएगा और आप शरारती मनोदशा में होंगे। धन की आवाजाही आज दिन भर होती रहेगी और दिन ढलने के बाद आप बचत करने में भी सक्षम हो पाएंगे। घर को सजाने-संवारने के अलावा बच्चों की ज़रूरतों पर भी ध्यान दें। बच्चों के बिना घर आत्मा के बिना शरीर की तरह है, फिर चाहे वह कितना भी ख़ूबसूरत क्यों न हो। बच्चे घर में उत्साह और ख़ुशीयों की सौगात लाते हैं। आज आप अपने जीवन की परेशानियों को अपने संगी से साझा करना चाहेंगे लेकिन वो अपनी परेशानियों के बारें में बता के आपको और ज्यादा परेशान कर देंगे। वरिष्ठ सहकर्मी और रिश्तेदार मदद का हाथ बढाएंगे। खाली समय में आज आप अपने मोबाइल पर कोई वेब सीरीज देख सकते हैं। संभव है कि आपका जीवनसाथी आज आपके लिए पर्याप्त समय न निकाल पाए।
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*✴️संकलन एवं प्रस्तुत कर्त्ता✴️*
* दुर्गा प्रसाद मिश्र मिश्रपुर कोरांव प्रयागराज उत्तर प्रदेश *
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