प्रयागराज

आवारा जानवरों से ग्रामीणों की बढ़ती परेशानी, जहां पर खेती को चटते चले जा रहे हैं

आवारा जानवरों से ग्रामीणों की बढ़ती परेशानी, जहां पर खेती को चटते चले जा रहे हैं

, लेडियारी कोरांव प्रयागराज, के कोराव तहसील, के लेडियारी बाजार का संपूर्ण मामला है। सरकार के द्वारा इन आवारा पशुओं को, भले ही सरकार क्यों ना ठोस कदम उठाए, लेकिन स्थानीय जिम्मेदार, मौन धारण किए बैठे रहते हैं, किसान अथक परिश्रम करके, धान की खेती किया है, और रात दिन मेहनत करके, खेती की निगरानी भी करता है, जिसके लिए जगह-जगह पर,पशु बांडा, भी बनाए गए हैं। फिर भी किसान यदि आवारा जानवरों को इकट्ठा करके वहां तक पहुंचा देते हैं। लेकिन उनके खाने-पीने का भी कोई इंतजाम नहीं दिखता, और उन्हें एक-दो दिन रखने के बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है, जिससे किसान मजबूर और लाचार हो जाते हैं, तथा बाजार की प्रमुख सड़कों पर भी, शाम होते ही अंगद की तरह पर जमा कर लगभग तकरीबन तीन सौ सैकड़ों, से भी ज्यादा पास पशु सड़क पर देखने को मिलते हैं, और राहगीरों का आना-जाना भी दुर्लभ हो जाता है, इतना ही नहीं सड़क पर आने जाने वालों वाहनों के द्वारा टकरा भी जाते हैं, जिससे आए दिन एक्सीडेंट होता रहता है। आखिरकार इनसेे निजात कब मिलेगी। सड़क पर दुकान लगाकर, साग सब्जी बेचने वाले, छोटे-मोटे व्यवसायिक इनसे परेशान रहते हैं, कही ऐसे जानवर मिल जाते हैं, जो अत्यंत खतरनाक साबित होते हैं, आए दिन आम लोगों , पर हमला कर देते हैं, और लोग हमले से दुर्घटना का शिकार बन जाते हैं। आखिरकार सरकार के द्वारा, इन आवारा पशुओं पर कब ध्यान होगा, लोग कब तक इनका दंश झेलते रहेंगे।