आवारा जानवरों से परेशान,ग्राम पंचायत किहुनी कला के किसान

आवारा जानवरों से परेशान,ग्राम पंचायत किहुनी कला के किसान
(लेडि़यारी) कोराव प्रयागराज, कोराव तहसील के अंतर्गत आवारा पशुओं से ग्रामीण किसान परेशान, प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान समय में, ग्रामीण क्षेत्र में किसानों के द्वारा, जो भी खेती लगाई गई है। उसे इन आवारा जानवरों के द्वारा, रात में पूरे तरीके से खेतों को चारागाह बना कर रखे हैं। देर दराज जब किसान खेत में जाता है तो, देखकर हैरान हो जाता है। आखिरकार सरकार के द्वारा इन आवारा पशुओं पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जा रहा है, जिससे समग्र क्षेत्र में किसान परेशान है। किसानों का कहना है कि, सरकार के द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिनकी, व्यवस्था के लिए जगह-जगह गांव में पशुबाड़ा बनवा दिए गएहैं। लेकिन पसुबाड़ा पर रहने वाले व्यक्ति को,इस संदर्भ में सभी व्यवस्थाएं दी गई हैं, लेकिन मौके पर देखने पर यह प्रतीत होता है कि, उसे गांव में जानवर नहीं है, संकल्प संदेश प्रतिनिधि के स्थलीय निरीक्षण पर, बने हुए पशुबाडा़ ,में गाय तथा बछड़े के, अलावा कोई भी जानवर मौजूद नहीं दिखे, ग्रामीणों का आरोप है कि, देखने वाले व्यक्ति के द्वारा जानवरों को रात में छोड़ दिया जाता है। लोग अथक परिश्रम करके जानवरों को इकट्ठा करके पशुबाड़ा तक पहुंचाकर के डलवा देते हैं। तथा उन्हें देर रात छोड़ दिया जाता है, अन्यत्र लोगों के नाम के बारे में जानकारी पूछा गया तो, नाम ना बताने की बात कही जा रही है। प्रशासन आखिर कब तक आवारा पशुओं का प्रबंध करेगी।पशुओं के लिए चारा,भूसा,कब आता है ,और कब समाप्त हो जाता है। इसलिए मजबूरी में, चौकीदारों द्वारा रात में इन्हें खोल दिया जाता है। जिससे वह किसानों की खेत में जाने के लिए मजबूर हो जाते हैं। जबकि रात में किसान अपने-अपने , खेत पर, टॉर्च लेकर के सारी रात निगरानी करते हैं। सरकार के द्वारा, व्यवस्था के लिए बड़ा लंबा ढिठौरा,पिटा जाता है। मौके पर स्थित यह है कि, खोदा पहाड़ निकली चुहिया, वाली चरितार्थ कहावत जैसे दिखती है।