कमिश्नरेट व्यवस्था के खिलाफ अधिवक्ताओं ने दिया धरना
सम्पूर्ण समाधान दिवस में आए फरियादी मायूस लौटे

कोरांव प्रयागराज से सह संपादक दुर्गा मिश्रा की रिपोर्ट
तहसील मुख्यालय कोरांव में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस पर कमिश्नरेट की व्यवस्था के खिलाफ तहसील के अधिवक्ताओ द्वारा धरना दिया गया और सम्पूर्ण समाधान दिवस में एक भी फरियादी व एडीएम सीएस जेपी सिंह व एसीपी मेजा विमल किशोर मिश्र को घुसने नही दिया गया।
ज्ञात हो की तहसील कोरांव के खीरी व कोरांव थाने में 151 व 107/116 सीआरपीसी की जमानत पहले तहसील कोरांव से होती थी किंतु नई व्यवस्था के तहत खीरी थाने के अभियुक्तों को कौंधियारा सर्किल व कोरांव थाने के अभियुक्तों को मेजा सर्किल कार्यालय जाना पड़ता है, खीरी थाने के अंतर्गत रत्योरा गांव से कौंधियारा सर्किल कार्यालय की दूरी लगभग 45 से 50 किमी है वही कोरांव थाने के आसपास के गांवों के लोगो को भी 20 किमी दूर मेजा जाना पड़ता है जिससे अधिवक्ताओं के साथ आम जन मानस में भी नाराजगी थी।
कमिश्नरेट की इस व्यवस्था के विरुद्ध अधिवक्ताओं समेत कई लोगो द्वारा प्रयास किया गया जिसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। वरिष्ठ अधिवक्ता ललन तिवारी व बृजेश मिश्र मुन्ना ने कहा की जब तक कोरांव तहसील परिसर में खीरी थाना व कोरांव थाना की 151 व 107/116 सीआरपीसी की जमानत व्यवस्था पूर्ववत लागू नहीं की जाती और तहसील परिसर में एसीपी या उसके प्रतिनिधि नही बैठते तब तक यह धरना चालू रहेगा।
धरने में वरिष्ठ अधिवक्ता रोहिणी तिवारी, कृष्ण मुरारी द्विवेदी शशी, अनूप मिश्रा, समेत कई अधिवक्ता मौजूद रहे।