कोरांव क्षेत्र में आवारा पशुओं से लोगों को हो रही परेशानी

कोरांव क्षेत्र में आवारा पशुओं से लोगों को हो रही परेशानी
कोरांव प्रयागराज प्राप्त जानकारी के अनुसार इन दिनों कोरांव तहसील क्षेत्र के अंतर्गत गांव एवं नगर पंचायत कोरांव में आवारा पशुओं की भरमार सी हो गई है आवारा पशु सरेराह आपस में भीड़ते हैं इनके भिड़ने से जहां लोग चोटिल हो रहे हैं वही नगर क्षेत्र के बाहर किसानों के द्वारा रोपी गई धान के फसलों को भी अब आवारा पशु चट कर रहे हैं जहां एक और किसान वर्षा ना होने के कारण पीड़ित है वही अपनी गाढ़ी कमाई लगाकर धान की रोपाई की है तो यह आवारा पशु भस्मासुर बन गए हैं वही किसान अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा लगाकर धान की नर्सरी को डालकर खेतों में पंपसेट लगाकर सिंचाई करते हुए धान की रोपाई की है लेकिन यह आवारा पशु किसानों के खेतों में दिन-रात चल रहे हैं और किसानों की खड़ी खेती को बर्बाद कर रहे कहने को तो शासन स्तर से गौशालाओं का निर्माण किया गया है परंतु ग्राम प्रधानों के खाऊ कमाऊ नीति के चलते पशु आश्रय स्थलों से पशुओं को खुले में छुट्टा छोड़ दिया गया है और यही पशु किसानों के काल बन गए हैं एक तो किसान पहले से ही अवर्षण के कारण परेशान है दूसरी तरफ है आवारा पशु किसानों के काल बन गए हैं कहने को तो ग्राम पंचायत बढवारी कला में पशु आश्रय स्थल है लेकिन ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते किसानों का सर्वाधिक नुकसान इसी ग्राम पंचायत में हो रहा है जबकि शासन स्तर से चारा भूसा और कर्मचारियों के वेतन के मद में लगभग ₹200000 हर माह आता है परंतु ग्राम पंचायत प्रधान एवं सेक्रेटरी के मिलीभगत से इस ग्राम पंचायत में आवारा पशुओं की भरमार सी है ग्राम पंचायत बढ़वारी कला के लोगों ने जिलाधिकारी प्रयागराज का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया है या तो पशुओं की सही तरीके से व्यवस्था की जाए नहीं तो गौशाला पशु आश्रय स्थल को यहां से समाप्त किया जाए