प्रयागराज

गरीब को छेड़े नहीं और माफिया को छोड़े नहीं

गरीब को छेड़े नहीं और माफिया को छोड़े नहीं

प्रयागराज। ग्रामीण व शहरी इलाकों में भू माफिया जो धारणा बना लिए है कि सरकारी जमीन, तालाब, नदी नाले व चारागाह की जमीन पर कब्जा किये हुए हैं उनसे खाली कराएं जायेंगे। गरीब आदमी का कब्जा है तो अधिकारियों से कहा गया है कि गरीब को छेड़े नहीं और माफिया को छोड़े नहीं। उक्त बातें प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के प्रेसवार्ता के दौरान कही।
प्रयागराज में बनने वाले रिंग रोड को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कोई नई प्लाटिंग न होने पाए। गंगा का पवित्र तट दशासुमेर घाट से लेकर नागबासुकी मंदिर के आगे सजाने और वहां लाइटिंग की व्यवस्था करने और आने वाले समय में रिवर फ्रंट के तहत आवागमन के लिए सुविधा जनक हो। इसको सीडीए पेंशन तक बढ़ाने के लिए कार्ययोजना पर कार्य किये जा रहे हैं। इसका चौड़ीकरण भी किया जायेगा। भू माफिया के द्वारा स्टेट लैन्ड की जमीन को कब्जा करके गरीबों को बेंचकर उनका शोषण करते हैं और कई अधिकारी कर्मचारी मिलकर गिराने का कार्य करते हैं। अवैध है तो गिराया जायेगा। रिवर फ्रंट बनकर तैयार हो जायेगा। विकास प्राधिकरण के द्वारा कई चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है।
प्रयागराज के समीक्षा बैठक निस्तारण के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने बताया कि संभावना 2025 में प्रयागराज के कुम्भ का मेला में देश के आधी आबादी स्नान करने के लिए आयेंगी। सड़क, सेतु नहीं बने हैं घाटों की व्यवस्था ठीक नहीं है जिस पर अधिकारियों को निर्देश दिये गए है। देश और प्रदेश के कोने – कोने से लोग प्रयागराज में अंतेष्टि संस्कार करने आते हैं उसका विस्तार होना आवश्यक है। रसूलाबाद घाट का चौड़ीकरण करने की आवश्यकता है। फाफामऊ की तरफ अंतेष्टि बालू में दबाकर कर चले जाते हैं छतनाग, अरैल और दारागंज में समस्या है। इसकी कमेटी बनाकर जहां-जहां अंतिम संस्कार होते हैं वहां आज की क्या जरूरत कितनी है और आने वाले पचास साल की क्या जरूरत होगी कार्ययोजना बनाकर जनप्रतिनिधियों से मार्ग दर्शन लेकर अधिकारी कार्य करेंगे। जिले के अंदर 2025 की कुंभ है उसे समय से पूरा करने का कार्य करने का निर्देश दिया गया है। 2019 में चौड़ीकरण नहीं किया गया होता तो जो अब सड़के भव्य दिख रही हैं वह नहीं दिखता। चौड़ीकरण पर्याप्त नहीं था अब इसकोएच पूरा किया जायेगा। सभी विभाग मिलकर माह में एक बार बैठक करें जिसमें जनप्रतिनिधि भी हो जिससे समस्या का निराकरण हो सके। तीन वर्ष से अधिकारी व कर्मचारी एक जगह बैठे हैं वह काकस को जगह परिवर्तन करने का कार्य किया जायेगा।