नगर पंचायत कोरांव में सार्वजनिक संपत्तियों पर भू माफियाओ का कबजा।
प्रयागराज सह संपादक दुर्गा मिश्रा की रिपोर्ट प्रयागराज) कोरांव तहसील स्थित नगर पंचायत कोरांव के सरकारी पशुबाड़ा सहित अन्य कई सार्वजनिक संपत्तियों पर ही, यहां के कतिपय दबंगों ने कब्जा कर रखा है। जानकारी के अनुसार इनके खिलाफ कई बार शिकायत की जा चुकी है। परंतु प्रशासन द्वारा शिकायती पत्रों को कूड़ेदान की टोकरी में फेंक अपनी कार्यवाही का इतिश्री कर दिया जाता है। जबकि उक्त प्रकरण की शिकायत माननीय मंडलायुक्त महोदय से भी की जा चुकी है ।और मंडलायुक्त महोदय ने उपजिलाधिकारी कोरांव को इस संदर्भ में निर्देशित भी किया था। परंतु उप जिला अधिकारी ने तहसीलदार कोरांव एवं थाना अध्यक्ष कोरांव को भूमियों का सीमांकन कराते हुए 3 दिन के अंदर सार्वजनिक भूमि पर से कब्जा हटाने का निर्देश जारी किया था। परंतु आज तक इन भूमाफिया से अतिक्रमण को नहीं हटाया जा सका ।इस तरह से यहां के अधिकारियों ने माननीय मंडलायुक्त मंडल महोदय के आदेश को भी ठेंगा दिखा दिया हमारे लेडीयारी संवाददाता भूपेंद्र कुमार के अनुसार
तहसीलदार कोरांव एवं थाना अध्यक्ष कोरांव के ढुलमुल नीति के चलते आज तक कब्जा नहीं हटाया जा सका। वैसे कोरांव की पुलिस तो हर मामले में धन के लिए भूखी रहती है। उसके पास इतना समय ही नहीं कि वह मंडलायुक्त महोदय के आदेश का पालन करवा सके। इसके लिए अकेले कोरांव पुलिस ही दोषी नहीं है ,दोषी तो तहसीलदार कोरांव भी हैं। जिसके चलते नगर पंचायत वासियों में रोष व्याप्त है। और कभी भी चिंगारी ज्वाला का रूप ले सकती है।