
नैनी के अरैल मुरादपुर में ताबड़तोड़ धमाके
रेवड़ी व्यापारी का परिवार दहशत में
नैनी, प्रयागराज। अरैल पुलिस चौकी से मात्र आधा किमी दूर मुरादपुर बस्ती में दहशतगर्दों ने मंगलवार आधी रात के बाद लगातार धमाके करते हुए दहशत फैला दी। यह धमाके रेवड़ी व्यापारी मोहम्मद इश्तियाक और उसके रिश्तेदारों के घरों को निशाना बनाकर किए गए। जिससे दोनों परिवार दहशत में है। भुक्तभोगी परिवार का कहना है कि धमाके देर रात 2:50 बजे किए गए। गनीमत रही कि इन धमाकों से कोई जख्मी नहीं हुआ। भुक्तभोगी परिवार ने डायल 112 और लोकल पुलिस को सूचित किया है। बुधवार सुबह इलाके की पुलिस मुरादपुर बस्ती में मौजूद एक साइबर कैफे में लगे सीसीटीवी फुटेज से धमाकों की हकीकत का पता लगा रही है। रेवड़ी व्यापारी मोहम्मद इश्तियाक की पत्नी आफरीन का आरोप है कि धमाके शाहजी का पुरा गांव निवासी होटल व्यवसाई जावेद ने अपने गुर्गों से कराया है। जावेद ने आफरीन की बहन से निकाह किया फिर तीन बच्चे होने के बाद उसने लॉकडाउन के दौरान अवंतिका कॉलोनी नैनी में रहने वाली किसी दूसरी युवती से शादी कर ली। उसकी बहन को मारपीट कर घर से निकाल दिया था। बाद में समझौता भी किया। समझौता पत्र में पति-पत्नी ने हस्ताक्षर किए। फिर आफरीन की बहन बच्चों को लेकर ससुराल पहुंच गई। लेकिन जावेद का रवैया नहीं सुधरा।जिसपर आफरीन ने करीब दो साल पहले महिला थाने लेजाकर बहन से जावेद के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट दर्ज कराने पर जावेद ने आफरीन को अरैल मोड़ मिर्जापुर रोड पर घेरकर मारा-पीटा भी था। जिसमें नैनी पुलिस ने हमलावरों का शांति भंग की धारा में चालान किया था। घर-परिवार की इज्जत को देखते हुए उस वक्त इस मामले में ज्यादा पैरवी आफरीन व उसकी बहन ने नहीं की थी। इस घटना के बाद फिर जावेद ने आफरीन के भाई निजाम तथा चाचा अच्छू को मारा-पीटा। जेलरोड चौकी पर आफरीन रिपोर्ट दर्ज कराने गई तो जावेद से पुलिस ने फोन पर पूछताछ कर उसे जाने दिया। इसबीच चाचा अच्छू का इंतकाल हो गया। आरोप लगाया है कि पुलिस के कार्यवाही नहीं करने से मनबढ़ जावेद ने आफरीन के चचेरे भाई शाकिर पर जानलेवा हमला कराया। धारदार हथियार से हमले में शाकिर गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इसके बाद पीडीए चौकी पुलिस शाकिर को पकड़ कर चौकी ले गई और उसको टार्चर किया जाता है। चेतावनी दी जाती है कि जावेद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी बल्कि भुक्तभोगी परिवार फंसा दिया जाएगा। भुक्तभोगी परिवार का कहना है कि पिछले तीन साल से जावेद के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने में लगी है लेकिन नैनी पुलिस कोई सहयोग नहीं कर रही है। रात में बम धमाके हुए लेकिन पुलिस का कहना है कि पटाखे फोड़े गए थे। जबकि घटना के बाद धमाके की आवाज पर मोहल्ले के लोग बाहर निकल आए थे।