पानी के पंप के चैंबर में छिपाए थे हथियार प्रयागराज के चकिया क्षेत्र में अतीक की बिल्डिंग है। इसमें घर और दफ्तर हैं। शहर के केंद्र सिविल लाइन्स से अतीक के दफ्तर की दूरी करीब 6 किलोमीटर है। प्रयागराज जंक्शन से केवल 2 किलोमीटर की दूरी पर चौफटका फ्लाईओवर के पास यह स्थित है। करीब दो बजे अतीक के दफ्तर पहुंची। दफ्तर के आगे का हिस्सा एक बार मायावती की सरकार में 2006 में और दूसरी बार भाजपा की सरकार में 2020 में गिराया जा चुका है

प्रयागराज ब्यूरो चीफ दुर्गा मिश्रा की रिपोर्ट
प्रयागराज के चकिया क्षेत्र में अतीक की बिल्डिंग है। इसमें घर और दफ्तर हैं। शहर के केंद्र सिविल लाइन्स से अतीक के दफ्तर की दूरी करीब 6 किलोमीटर है। प्रयागराज जंक्शन से केवल 2 किलोमीटर की दूरी पर चौफटका फ्लाईओवर के पास यह स्थित है। करीब दो बजे अतीक के दफ्तर पहुंची।
दफ्तर के आगे का हिस्सा एक बार मायावती की सरकार में 2006 में और दूसरी बार भाजपा की सरकार में 2020 में गिराया जा चुका है। आगे से तो यह तीन मंजिला भवन किसी भूत बंगले से कम नहीं लगता। चारों तरफ मलबा गिरा है। भवन के सामने सड़क तो दूसरी ओर कब्रिस्तान है।
अतीक के इस मकान को प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने 2020 में अवैध निर्माण बताते हुए तोड़ दिया था।
अतीक के इस मकान को प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने 2020 में अवैध निर्माण बताते हुए तोड़ दिया था।
अतीक के दफ्तर में पोर्च का एरिया पार करते हम उस जगह पहुंचे, जहां अतीक के मंगलवार को गिरफ्तार किए गए गुर्गों ने हथियार छिपा रखे थे। यह पानी के पंप का एक चैंबर है, जिसके अंदर शातिरों ने गन छिपा रखे थे। इस चैंबर के सामने एक मजार है। मजार के पास पीपल का एक बहुत बड़ा पेड़ है। इसी मजार के बगल में अतीक के मंगलवार को गिरफ्तार किए गए गुर्गे मोहम्मद कैश की निशानदेही पर प्रयागराज पुलिस ने जब खुदाई शुरू की, तो 10 वेपन मिले। इनमें एक कोल्ट पिस्टल भी थी