प्रयागराज की मेयर सीट फिर अनारक्षित:टिकट की शुरू हुई भाग-दौड़, पहले ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित थी सीट

प्रयागराज की मेयर सीट फिर अनारक्षित:टिकट की शुरू हुई भाग-दौड़, पहले ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित थी सीट
प्रयागराज ब्यूरो चीफ दुर्गा मिश्रा की रिपोर्ट
काफी कयासों के बाद आज गुरुवार को प्रदेश सरकार ने निकाय चुनाव को लेकर नए परिसीमन और आरक्षण की अधिसूचना जारी कर दी है। प्रयागराज में मेयर पद की सीट इस बार फिर अनारक्षित हो गई है। यहां जनरल सीट होने के बाद सामान्य वर्ग के नेताओं के चेहरे तो खिल गए हैं, लेकिन अन्य वर्ग के नेताओं में मायूसी भी है।दरअसल, भाजपा सामान्य सीट पर सामान्य वर्ग के नेता को ही चुनाव लड़ाती है। कुछ माह पहले जब यहां की सीट ओबीसी घोषित हुई थी तो ओबीसी के कई चेहरे मेयर का चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गए थे। शहर के प्रमुख चौराहों पर होर्डिंग्स दिखने लगे थे।भाजपा के पास सामान्य वर्ग के कई नए चेहरे भी हैं। जबकि निवर्तमान मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी भी सामान्य वर्ग से ही आती हैं। यदि भाजपा फिर से अभिलाषा गुप्ता नंदी को टिकट देती है तो सामान्य वर्ग के अन्य नेताओं को मायूस होना पड़ेगा।यह है 17 जिलों के नगर निगम की आरक्षण सूची।
भाजपा इन नेताओं पर भी लगा सकती है दांवअभिलाषा गुप्ता लगातार 2 बार से प्रयागराज की मेयर हैं। पहली बार वह बसपा के टिकट से मेयर निर्वाचित हुई थीं। उस समय उनके सामने भाजपा प्रत्याशी कमला सिंह मैदान में थीं लेकिन भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। दूसरी बार फिर सामान्य सीट हुई और अभिलाषा भाजपा में शामिल हो गईं।भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया और वह चुनाव जीतने में कामयाब रहीं। इस बार सामान्य सीट होने से अभिलाषा को एक और मौका मिल सकता है लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मानें तो अभिलाषा गुप्ता को यदि इस बार फिर से टिकट मिलता है तो सामान्य वर्ग के पुराने नेताओं में नाराजगी साफ दिखेगी।वैसे भाजपा के पास सामान्य वर्ग की अन्य दावेदार भी हैं। BJP महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री डॉ. कीर्तिका अग्रवाल सामान्य वर्ग की सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। वहीं, महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी खुद टिकट मांग रहे हैं। डॉ. एलएस ओझा, पार्षद अखिलेश सिंह समेत कई सामान्य वर्ग के नेताओं ने आवेदन किया है।