बेल वृक्ष की उत्पत्ति के संबंध में ‘स्कंदपुराण’ में कहा गया है कि एक बार देवी पार्वती ने अपनी ललाट से पसीना पोछकर फेंका, जिसकी कुछ बूंदें मंदार पर्वत पर गिरीं, जिससे बेल वृक्ष उत्पन्न हुआ। इस वृक्ष की जड़ों में गिरिजा, तना में महेश्वरी, शाखाओं में दक्षयायनी, पत्तियों में पार्वती, फूलों में गौरी का वास माना गया है।
भगवान शिव को अर्पित करने के लिए नूतन बिल्व-पत्र न हो तो चढ़ाए गए पत्तों को बार-बार धोकर चढ़ा सकते हैं।

*🌻🌻🪔🪔जय माता दी प्रयागराज धार्मिक सभ्य समाज जय मां विंध्यवासिनी शिव रहस्य ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः नईदुनिया यूनिट ऑफ जागरण दैनिक जागरण विश्व का नंबर एक अखबार एवं आवाम न्यूज़ एक्सप्रेस ग्रुप की प्रस्तुति 🪔🪔🌻🌻*
🌄श्री सनातन हिंदू पंचांग-04.07.2023 🌄
🌞दैनिक पंचांग एवं दैनिक राशिफल🌞
*शुभ मंगलवार*🪴🌻🪴🌹
*शुभ प्रभात्*🪴🌺🪴🌸
74-30✴️मध्यमान✴️75-30
(केतकी चित्रापक्षीय गणितानुसारेण निर्मितम्)
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जन्मकुंडली-कुंडली मिलान-राशिरत्न-वास्तुदोष
सटीक जानकारी-प्रभावी समाधान
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___आज विशेष___
भगवान् श्री शिवशंकर और बिल्वपत्र
महत्व इतिहास संकलन और अर्पण विधान
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__दैनिक पंचांग विवरण_____
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आज दिनांक………………….04.07.2023
कलियुग संवत्…………………………5125
विक्रम संवत………………………….. 2080
शक संवत……………………………..1945
संवत्सर……………………………. श्री पिंगल
अयन…………………………….. दक्षिणायण
गोल…………………………………….. उत्तर
ऋतु……………………………………… वर्षा
मास…………………………….. प्रथम् श्रावण
पक्ष……………………………………… कृष्ण
तिथि….प्रतिपदा. अपरा. 1.38 तक/ द्वितीया
वार…………………………………. मंगलवार
नक्षत्र……पूर्वाषाढ़ा. प्रातः 8.24 तक/ उ.षाढ़ा
चंद्र राशि……. धनु. अपरा. 1.44 तक / मकर
योग………….ऐंद्र. अपरा. 5.48 तक / वैधृति
करण…………….. कौलव. अपरा. 1.38 तक
करण……… तैत्तिल. रात्रि. 11.50 तक / गर
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नोट-जिस रात्रि समय के ऊपर(*) लगा हुआ हो
वह समय अर्द्ध रात्रि के बाद सूर्योदय तक का है
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*विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट*
🌞श्री सनातन हिंदू पंचांग के अनुसार🌞
दिल्ली -10 मिनट———जोधपुर +6 मिनट
जयपुर – 5 मिनट—–अहमदाबाद +8 मिनट
कोटा – 5 मिनट————-मुंबई +7 मिनट
लखनऊ – 25 मिनट——बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट–जैसलमेर +15 मिनट
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-सूर्योंदयास्त दिनमानादि-अन्य आवश्यक सूची-
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सूर्योदय…………………. प्रातः 5.46.50 पर
सूर्यास्त…………………. सायं. 7.24.47 पर
दिनमान-घं.मि.सै…………………13.37.57
रात्रिमान-घं.मि.सै……………….. 10.22.25
चंद्रास्त……………………6.18.18 AM पर
चंद्रोदय……………………8.41.05 PM पर
राहुकाल..अपरा. 4.00 से 5.43 तक(अशुभ)
यमघंट….प्रातः 9.11 से 10.54 तक(अशुभ)
गुलिक……….. अपरा. 12.36 से 2.18 तक
अभिजित………मध्या. 12.09 से 1.03 तक
पंचक…………………………………..नहीं है
शुभ हवन मुहूर्त(अग्निवास)………….आज है
दिशाशूल…………………………..उत्तर दिशा
दोष परिहार……. गुड़ का सेवन कर यात्रा करें
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🌄विशिष्ट काल-मुहूर्त-वेला परिचय🌄
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अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता.
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ब्रह्म मुहूर्त – सूर्योदय से पहले का 1.30 घंटे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है..
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प्रदोष काल – सूर्यास्त के पहले 45 मिनट और
बाद का 45 मिनट प्रदोष माना जाता ता है…
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गौधूलक काल-सूर्यास्त से 12 मिनट पहले और 12 मिनट बाद का समय गौधूलिक कहलाता है
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🌄✴️भद्रा वास शुभाशुभ विचार✴️🌄
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भद्रा मेष, वृष, मिथुन, वृश्चिक के चंद्रमा में स्वर्ग में व कन्या, तुला, धनु, मकर के चंद्रमा में पाताल लोक में और कुंभ, मीन, कर्क, सिंह के चंद्रमा में मृत्युलोक में मानी जाती है यहां स्वर्ग और पाताल लोक की भद्रा शुभ मानी जाती हैं और मृत्युलोक की भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होते हैं इसी तरह भद्रा फल विचार करें..
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✴️सूर्योदय कालीन ग्रह एवं लग्न स्पष्ट✴️
_ग्रह…….राशि–अंश–कला–नक्षत्र चरणाक्षर_
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लग्न …………… मिथुन 17°14′ आद्रा 4 छ
सूर्य……………. मिथुन 17°38′ आद्रा 4 छ
चन्द्र ………….. धनु 25°2′ पूर्वाषाढा 4 ढा
बुध ^………….. मिथुन 21°3′ पुनर्वसु 1 के
शुक्र ………….कर्क 28°25′ आश्लेषा 4 डो
मंगल……………… सिंह 1°55′ मघा 1 मा
बृहस्पति ………..मेष 15°34′ भरणी 1 ली
शनि * …….कुम्भ 12°54′ शतभिषा 2 सा
राहू * …………….मेष 6°21′ अश्विनी 2 चे
केतु *………………तुला 6°21′ चित्रा 4 री
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चौघड़िया (दिन-रात)**केवल शुभ कारक
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✴️🌄दिन का चौघड़िया🌄✴️
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चंचल………….प्रातः 9.11 से 10.54 तक
लाभ………….पूर्वा. 10.54 से 12.36 तक
अमृत…………अपरा. 12.36 से 2.18 तक
शुभ…………….अपरा. 4.00 से 5.43 तक
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✴️🌄रात्रि का चौघड़िया🌄✴️
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लाभ…………….रात्रि. 8.43 से 10.00 तक
शुभ……..रात्रि. 11.18 से 12.36 AM तक
अमृत..रात्रि. 12.36 AM से 1.54 AM तक
चंचल….रात्रि. 1.54 AM से 3.12 AM तक
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(विशेष – ज्योतिष शास्त्र में एक शुभ योग और एक अशुभ योग जब भी साथ साथ आते हैं तो शुभ योग की स्वीकार्यता मानी गई है )
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🌞🕉️शुभ शिववास की तिथियां🕉️🌞
शुक्ल पक्ष-2—–5—–6—- 9——-12—-13.
कृष्ण पक्ष-1—4—-5—-8—11—-12—-30.
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दिन नक्षत्र एवं चरणाक्षर संबंधी संपूर्ण विवरण
जानकारी विशेष -यदि किसी बालक का जन्म गंड मूल(रेवती, अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा और मूल) नक्षत्रों में होता है तो नक्षत्र शांति की आवश्यकता मानी गयी है,करवाना चाहिये..
आज जन्मे बालकों का नक्षत्र के चरण अनुसार राशिगत् नामाक्षर.
08.24 AM तक–पूर्वाषाढ़ा—-4——-ढ़ा
01.44 PM तक—-उ.षाढ़ा—-1——-भे
__राशि धनु – पाया ताम्र_____
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07.02 PM तक—-उ.षाढ़ा—-2——भो
12.20 AM तक—-उ.षाढ़ा—-3——जा
05.38 AM तक—-उ.षाढ़ा—-4——जी
उपरांत रात्रि तक—–श्रवण —–1——खी
__राशि मकय -पाया ताम्र _ _________
__आज का दिन__
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व्रत विशेष…………….. अशून्यशयन व्रतारंभ अन्य व्रत……………………………….. नहीं
दिन विशेष……….. पवित्र श्रावण मास प्रारंभ
दिन विशेष…….स्वामी विवेकानंद पुण्य तिथि
पर्व विशेष……………………………..नहीं है पंचक…………………………………..नहीं है विष्टि(भद्रा)…………………………….नहीं है
खगोलीय………………………………नहीं है
सर्वा.सि.योग…………………………. नहीं है
अमृत.सि.योग…………………………नहीं है
सिद्ध रवियोग………………………….नहीं है _______
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_अगले दिन की प्रतीकात्मक जानकारी__
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दिनांक………………………. 05.07.2023
तिथि……………….. श्रावण कृष्णा 2 बुधवार
व्रत विशेष……………………….फल द्वितीया अन्य व्रत……………………………… नहीं है
दिन विशेष…… श्रावण रुद्राभिषेक कर्म जारी
पर्व विशेष……………………………..नहीं है पंचक…………………………………..नहीं है विष्टि(भद्रा)…………………………….नहीं है
खगोलीय………………………………नहीं है
सर्वा.सि.योग…………………………. नहीं है
अमृत.सि.योग…………………………नहीं है
सिद्ध रवियोग………………………….नहीं है
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___आज विशेष __
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भगवान् श्री शिवशंकर और बिल्वपत्र
महत्व इतिहास संकलन और अर्पण विधान
आप भी इन्हें चढ़ाकर इसका चमत्कार स्वयं देख सकते हैं और सिद्धि प्राप्त कर सकते हैं। तीन पत्तियों वाले बिल्व पत्र में अखंड बिल्व पत्र भी प्राप्त हो जाते हैं। कभी-कभी एक ही वृक्ष पर चार, पांच, छह पत्तियों वाले बिल्व पत्र भी पाए जाते हैं। परंतु ये बहुत दुर्लभ हैं।
छह से लेकर 21 पत्तियों वाले बिल्व पत्र
ये मुख्यतः नेपाल में पाए जाते हैं। पर भारत में भी दक्षिण में कहीं-कहीं मिलते हैं। जिस तरह रुद्राक्ष कई मुखों वाले होते हैं उसी तरह बिल्व पत्र भी कई पत्तियों वाले होते हैं।
श्वेत बिल्व पत्र.
तरह सफेद सांप, सफेद टांक, सफेद आंख, सफेद दूर्वा आदि होते हैं उसी तरह सफेद बिल्वपत्र भी होता है। यह प्रकृति की अनमोल देन है। इस बिल्व पत्र के पूरे पेड़ पर श्वेत पत्ते पाए जाते हैं। इसमें हरी पत्तियां नहीं होतीं। इन्हें भगवान शंकर को अर्पित करने का विशेष महत्व है।
कैसे आया बेल वृक्ष…
- बेल वृक्ष की उत्पत्ति के संबंध में ‘स्कंदपुराण’ में कहा गया है कि एक बार देवी पार्वती ने अपनी ललाट से पसीना पोछकर फेंका, जिसकी कुछ बूंदें मंदार पर्वत पर गिरीं, जिससे बेल वृक्ष उत्पन्न हुआ। इस वृक्ष की जड़ों में गिरिजा, तना में महेश्वरी, शाखाओं में दक्षयायनी, पत्तियों में पार्वती, फूलों में गौरी का वास माना गया है।
बिल्व-पत्र तोड़ने का मंत्र…
बिल्व-पत्र को सोच-विचार कर ही तोड़ना चाहिए। पत्ते तोड़ने से पहले यह मंत्र बोलना चाहिए-
अमृतोद्भव श्रीवृक्ष महादेवप्रिय: सदा।
गृह्यामि तव पत्राणि शिवपूजार्थमादरात्॥
अर्थ- अमृत से उत्पन्न सौंदर्य व ऐश्वर्यपूर्ण वृक्ष महादेव को हमेशा प्रिय है। भगवान शिव की पूजा के लिए हे वृक्ष में तुम्हारे पत्र तोड़ता हूं।
पत्तियां कब न तोड़ें…
विशेष दिन या पर्वो के अवसर पर बिल्व के पेड़ से पत्तियां तोड़ना मना है। शास्त्रों के अनुसार इसकी पत्तियां इन दिनों में नहीं तोड़ना चाहिए-
सोमवार के दिन चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या की तिथियों को। संक्रांति के पर्व पर।
अमारिक्तासु संक्रान्त्यामष्टम्यामिन्दुवासरे ।
बिल्वपत्रं न च छिन्द्याच्छिन्द्याच्चेन्नरकं व्रजेत ॥
(लिंगपुराण)
अर्थ
अमावस्या, संक्रान्ति के समय, चतुर्थी, अष्टमी, नवमी और चतुर्दशी तिथियों तथा सोमवार के दिन बिल्व-पत्र तोड़ना वर्जित है।
क्या चढ़ाया गया बिल्व-पत्र फिर से चढ़ा सकते हैं.
अर्पितान्यपि बिल्वानि प्रक्षाल्यापि पुन: पुन:।
शंकरायार्पणीयानि न नवानि यदि चित्॥
(स्कन्दपुराण, आचारेन्दु)
अर्थ- अगर भगवान शिव को अर्पित करने के लिए नूतन बिल्व-पत्र न हो तो चढ़ाए गए पत्तों को बार-बार धोकर चढ़ा सकते हैं।
विभिन्न रोगों की कारगर दवा….
बिल्व-पत्र-बिल्व का वृक्ष विभिन्न रोगों की कारगर दवा है। इसके पत्ते ही नहीं बल्कि विभिन्न अंग दवा के रूप में उपयोग किए जाते हैं। पीलिया, सूजन, कब्ज, अतिसार, शारीरिक दाह, हृदय की घबराहट, निद्रा, मानसिक तनाव, श्वेतप्रदर, रक्तप्रदर, आंखों के दर्द, रक्तविकार आदि रोगों में बिल्व के विभिन्न अंग उपयोगी होते हैं। इसके पत्तो को पानी से पकाकर उस पानी से किसी भी तरह के जख्म को धोकर उस पर ताजे पत्ते पीसकर बांध देने से वह शीघ्र ठीक हो जाता है।
पूजन में महत्व….
वस्तुत: बिल्व पत्र हमारे लिए उपयोगी वनस्पति है। यह हमारे कष्टों को दूर करती है। भगवान शिव को चढ़ाने का भाव यह होता है कि जीवन में हम भी लोगों के संकट में काम आएं। दूसरों के दु:ख के समय काम आने वाला व्यक्ति या वस्तु भगवान शिव को प्रिय है। सारी वनस्पतियां भगवान की कृपा से ही हमें मिली हैं अत: हमारे अंदर पेड़ों के प्रति सद्भावना होती है। यह भावना पेड़-पौधों की रक्षा व सुरक्षा के लिए स्वत: प्रेरित करती है। पूजा में चढ़ाने का मंत्र-भगवान शिव की पूजा में बिल्व पत्र यह मंत्र बोलकर चढ़ाया जाता है। यह मंत्र बहुत पौराणिक है।
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रिधायुतम्।
त्रिजन्मपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम्॥
अर्थ- तीन गुण, तीन नेत्र, त्रिशूल धारण करने वाले और तीन जन्मों के पाप को संहार करने वाले हे शिवजी आपको त्रिदल बिल्व पत्र अर्पित करता हूं।
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अस्वीकरण(Disclaimer)दैनिक पंचांग, धर्म, ज्योतिष,राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर यहाँ प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं।ज्योतिष एक अत्यंत जटिल विषय है, यहां पूरी सतर्कता के उपरांत भी मानवीय त्रुटि संभव, अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले अपने स्वविवेक के साथ किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें…
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✴️🕉️✴️आज का राशिफल✴️🕉️✴️
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मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आज आप किसी भी संभावित चोट से बचने के लिए सावधानी से बैठें। साथ ही सही तरीक़े से कमर सीधी करके बैठना न केवल व्यक्तित्वमें सुधार लाता है, बल्कि सेहत और आत्म विश्वास के स्तर को भी ऊपर ले जाता है। नए क़रार फ़ायदेमंद दिख सकते हैं, लेकिन वे उम्मीद के मुताबिक़ लाभ नहीं पहुँचाएंगे। निवेश करते समय जल्दबाज़ी में निर्णय न लें। जिन्हें भावनात्मक संबल की ज़रूरत है, वे पाएंगे कि बड़े मदद के लिए आगे आ रहे हैं। प्रेमी एक-दूसरे की पारिवारिक भावनाओं को समझेंगे। बड़े उद्योगपतियों के साथ साझीदारी का व्यवसाय फ़ायदेमंद रहेगा। आपने बीते दिनों कार्यक्षेत्र में कई काम अधूरे छोड़े हैं जिसका भुगतान आज आपको करना पड़ सकता है। आज आपका खाली वक्त भी ऑफिस के काम को पूरा करने में ही लगेगा।
वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो)
आज आपका रूख़ा बर्ताव आपके जीवनसाथी का मूड ख़राब कर सकता है। आपको समझना चाहिए कि किसी का अनादर करना और गम्भीरता से न लेना रिश्ते में दरार डाल सकता है। आपका धन आपके काम तभी आता है जब आप फिजूलखर्ची करने से खुद को रोकते हैं आज ये बात आपको अच्छी तरह से समझ में आ सकती है। नाती-पोतों से आज काफ़ी ख़ुशी मिल सकती है। प्रेम जीवन की डोर को मजबूत बनाए रखना चाहते हैं तो किसी तीसरे की बातों को सुनकर अपने प्रेमी के बारे में कोई भी राय न बनाएं। सहकर्मियों और कनिष्ठों के चलते चिंता और तनाव के क्षणों का सामना करना पड़ सकता है। हितकारी ग्रह कई ऐसे कारण पैदा करेंगे, जिनकी वजह से आज आप ख़ुशी महसूस करेंगे। आपकी व्यस्त दिनचर्या के चलते आपका जीवनसाथी आपके ऊपर शक़ कर सकता है। लेकिन दिन के अन्त तक वह आपकी बात समझेगा और आपको गले लगाएगा।
मिथुन- (क की कू घ ङ छ के को ह)
आज आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। हिम्मत न हारें और इच्छित फल पाने के लिए कड़ी मेहनत करें। इन नाकामियों को तरक़्क़ी का आधार बनाएँ। मुश्किल घड़ी में रिश्तेदार भी काम आएंगे। आपकी लगन और मेहनत पर लोग ग़ौर करेंगे और आज इसके चलते आपको कुछ वित्तीय लाभ मिल सकता है। घरेलू मामलों और काफ़ी समय से लंबित घर के काम-काज के हिसाब से अच्छा दिन है। आपका व्यवसाय और मोल-भाव करने की क्षमता फ़ायदेमंद साबित होगी। इस राशि के लोग बड़े ही दिलचस्प होते हैं। ये कभी लोगों के बीच रहकर खुश रहते हैं तो कभी अकेले में हालांकि अकेले वक्त गुजारना इतना आसान नहीं है फिर भी आज दिन में कुछ समय आप अपने लिए जरुर निकाल पाएंगे। आपका अपने जीवनसाथी के साथ तनावपूर्ण संबंध रह सकता है। जहां तक सम्भव हो बात को बढ़ने न दें।
कर्क- (ही हू हे हो डा डी डू डे डो)
आज आपकी जी-तोड़ मेहनत और परिवार का सहयोग इच्छित परिणाम देने में क़ामयाब रहेंगे। लेकिन तरक़्क़ी की रफ़्तार बरक़रार रखने के लिए मेहनत इसी तरह जारी रखें। दिन चढ़ने पर वित्तीय तौर पर सुधार आएगा। दूर के रिश्तेदार से जिस संदेश की काफ़ी समय से उम्मीद थी, वह अच्छी ख़बर पूरी परिवार को ख़ुशियों से भर देगी। प्यार के सकारात्मक संकेत आपको मिलेंगे। जो लोग विदेश व्यापार से जुड़े हैं उन्हें आज मनमाफिक फल मिलने की पूरी उम्मीद है। इसके साथ ही नौकरी पेशा से जुड़े इस राशि के जातक आज अपनी प्रतिभा का पूर्ण उपयोग कार्यक्षेत्र में कर सकते हैं। इस राशि के बच्चे आज खेलकूद में दिन बिता सकते हैं, ऐसे में माता-पिता को उनपर ध्यान देना चाहिए क्योंकि चोट लगने की संभावना है। ऐसा लगता है कि आपके जीवनसाथी आज आपके ऊपर ख़ास ध्यान देंगे।
सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे)
आज आप किसी ऊँचे और ख़ास इंसान से मिलते समय घबराएँ नहीं और आत्मविश्वास बनाए रखें। यह सेहत के लिए उतना ही ज़रूरी है, जितना काम-धंधे के लिए पैसा। आपकी कोई पुरानी बीमारी आज आपको परेशान कर सकती है जिसकी वजह से आपको हॉस्पिटल भी जाना पड़ सकता है और आपका काफी धन भी खर्च हो सकता है। समस्याओं को दिमाग़ से बाहर खदेड़ दें और घर व दोस्तों के बीच अपनी स्थिति सुधारने के बारे में सोचें। आज के दिन अपने प्रिय से कोई
तल्ख़ बात न कहें। अगर आप अपना नज़रिया आस-पास के ऐसे लोगों को बताएँ जो महत्वपूर्ण निर्णय लेते हों, तो आपको लाभ होगा। साथ ही आपको काम के प्रति अपने समर्पण और निष्ठा के लिए शाबाशी भी मिलने की संभावना है। आप खुद को समय देना जानते हैं और आज तो आपको काफी खाली समय मिलने की संभावना है। खाली समय में आज आप कोई खेल-खेल सकते हैं या जिम जा सकते हैं। आपके वैवाहिक जीवन से सारा मज़ा खो सा गया मालूम होता है। अपने जीवनसाथी से बात करें और कुछ मस्तीभरी योजना बनाएँ।
कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो) आज आपके मनोरंजन में बाहर की गतिविधियों और खेल-कूद को शामिल किया जाना चाहिए। आपको कई स्रोतों से आर्थिक लाभ होगा। अगर बातचीत और चर्चा आपके मुताबिक़ न हो, तो आप नाराज़गी में कड़वी बातें कह सकते हैं जिन्हें लेकर बाद में आपको पछताना पड़ सकता है – इसलिए भली-भांति सोचकर ही बोलें। अचानक हुई रोमांटिक मुलाक़ात आपके लिए उलझन पैदा कर सकती है। अन्य दिनों की अपेक्षा आज आपके सहकर्मी आपको अधिक समझने की कोशिश करेंगे। समय का सदुपयोग करना सीेखें। यदि आपके पास खाली वक्त है तो कुछ रचनात्मक करने की कोशिश करें। वक्त को बर्बाद करना अच्छी बात नहीं है। आज आप अपने जीवनसाथी के साथ सैर-सपाटे का मज़ा ले सकते हैं। साथ में समय गुज़ारने का यह बढ़िया मौक़ा है।
तुला- (रा री रू रे रो ता ती तू ते)
आज आपका झगाड़ालू स्वभाव आपके दुश्मनों की सूची लम्बी कर सकता है। किसी को ख़ुद पर इतना नियंत्रण न दें, कि वह आपको नाराज़ कर सके और जिसके लिए बाद में आपको पछताना पड़े। धन की आवाजाही आज दिन भर होती रहेगी और दिन ढलने के बाद आप बचत करने में भी सक्षम हो पाएंगे। दूसरों को प्रभावित करने की आपकी क्षमता आपको कई सकारात्मक चीज़ें दिलाएगी। अपने रोमांटिक ख़यालों को हर किसी को बताने से बचें। नई शुरू की परियोजनाएँ उम्मीद के मुताबिक़ परिणाम नहीं देंगी। वह काम जो आज आप दूसरों के लिए स्वेच्छा से करेंगे, न सिर्फ़ औरों के लिए मददगार साबित होगा बल्कि आपके दिल में ख़ुद की छवि भी सकारात्मक होगी। शादी सिर्फ़ एक छत के नीचे रहने का नाम नहीं है; एक-दूसरे के साथ कुछ समय बिताना भी ज़रूरी है।
वृश्चिक- (तो ना नी नू ने नो या यी यू) आज अपनी बीमारी आपकी उदासी की वजह हो सकती है। आपको परिवार में फिर से ख़ुशी का माहौल बनाने के लिए जल्द-से-जल्द इससे बाहर आने की ज़रूरत है। आज आपको किसी अज्ञात स्रोत से पैसा प्राप्त हो सकता है जिससे आपकी कई आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएंगी। नवयुवकों को स्कूल प्रोजेक्ट की बाबत कुछ राय लेने की ज़रूरत हो सकती है। दिन को ख़ास बनाने के लिए स्नेह और उदारता के छोटे-छोटे तोहफ़े लोगों को दें। आपका वर्चस्ववादी स्वभाव आलोचना की वजह बन सकता है। आज आप जीवनसाथी के साथ वक्त बिताने और उनको कहीं घुमाने ले जाने का प्लान करेंगे लेकिन उनकी खराब तबीयत की वजह से यह नहीं हो पाएगा। आपका जीवनसाथी आपकी बहुत तारीफ़ करेगा।
धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे)
आज के दिन बहुत ज़्यादा चिंता करना आपकी मानसिक शांति को बर्बाद कर सकता है। इससे बचें, क्योंकि ज़रा-सी चिंता और मानसिक तनाव भी शरीर पर ख़राब असर डालते हैं। बिना किसी की मदद के भी आप धन कमा पाने में सक्षम हो सकते हैं बस आपको खुद पर विश्वास करने की जरुरत है। अगर आप पार्टी करने की सोच रहे हैं, तो अपने अपने अच्छे दोस्तों को बुलाएँ। ऐसे कई लोग होंगे, जो आपका उत्साह बढाएंगे। सावधान रहें, क्योंकि कोई आपकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर सकता है। हालाँकि वरिष्ठों से कुछ विरोध के स्वर सुनाई देंगे- लेकिन फिर भी आपको दिमाग़ ठण्डा रखने की ज़रूरत है। आपको ऐसी जगहों से महत्वपूर्ण बुलावा आएगा, जहाँ से आपने इसकी कभी कल्पना भी न की हो। ज़रूरत के वक़्त आपका जीवनसाथी आपके परिवार की अपेक्षा अपने परिवार को ज़्यादा तरजीह देता हुआ नज़र आ सकता है।
मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी) आज आपको ध्यान से सुकून मिलेगा। आर्थिक तौर पर सुधार होना तय है। आपको अपनी एक-सी दिनचर्या से थोड़ी छुट्टी लेकर आज दोस्तों के साथ सैर-सपाटा करने की ज़रूरत है। कुछ लोगों के लिए नया रोमांस ताज़गी लाएगा और आपको ख़ुशमिज़ाज रखेगा। महत्वपूर्ण व्यापारिक सौदे करते समय दूसरों के दबाव में न आएँ। आज जीवन के कई अहम मुद्दों पर आप घरवालों के साथ बैठकर बात कर सकते हैं। आपकी बातें घरवालों को परेशान कर सकती हैं लेकिन इन बातों का हल अवश्य निकलेगा। आपका जीवनसाथी बिना जाने कुछ ऐसा ख़ास काम कर सकता है, जिसे आप कभी भुला नहीं पाएंगे।
कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द)
आज अपने झगड़ालू स्वभाव को क़ाबू में रखें, नहीं तो रिश्तों में कभी न मिटने वाली खटास पैदा हो सकती है। इससे बचने के लिए अपने नज़रिए में खुलापन अपनाएँ और पूर्वाग्रहों को छोड़ें। आज कोई लेनदार आपके दरवाजे पर आ सकता है और आपसे पैसे उधार मांग सकता है। उन्हें पैसे लौटाकर आप आर्थिक तंगी में आ सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि उधार लेने से बचें। परिवार के साथ सामाजिक गतिविधियाँ सभी को ख़ुश रखेंगी। आज आपकी कलात्मक और रचनात्मक क्षमता को काफ़ी सराहना मिलेगी और इसके चलते अचानक लाभ मिलने की संभावना भी है। आज आपके पास खाली समय होगा और इस समय का इस्तेमाल आप ध्यान योग करने में कर सकते हैं। आपको आज मानसिक शांति का अहसास होगा।
मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची)
आज आप अपने आहार पर नियंत्रण रखें और चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए नियमित व्यायाम करें। दीर्घावधि निवेश से बचिए और अपने दोस्तों के साथ बाहर जाकर कुछ ख़ुशी के पल बिताएँ। आपको ख़ुश रखने के लिए आपके बच्चे जो कुछ बन पड़ेगा, वह करेंगे। आप के दिल की धड़कनें आपके प्रिय के साथ कुछ ऐसे चलेंगी कि आज जीवन में प्यार का संगीत बज उठेगा। आपको अपने काम में बहुत बड़ा फ़ैसला लेना पड़ सकता है। समय पर तेज़ क़दम उठाना आपको औरों से आगे ले जाएगा। आप अपने सहकर्मियों से कोई उपयोगी सलाह भी पा सकते हैं। खाली वक्त का सही इस्तेमाल करना आपको सीखना ही होगा नहीं तो जीवन में आप कई लोगों से पीछे रह जाएंगे। आपका जीवनसाथी आपको प्यार का एहसास देना चाहता है, उसकी मदद करें।
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*✴️संकलन एवं प्रस्तुत कर्त्ता✴️*
* दुर्गा प्रसाद मिश्र मिश्रपुर कोरांव प्रयागराज उत्तर प्रदेश *
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