राजा महमूदाबाद के निधन पर अदबी व मज़हबी रहनूमाओं ने जताया शोक

राजा महमूदाबाद के निधन पर अदबी व मज़हबी रहनूमाओं ने जताया शोक
राजा महमूदाबाद मोहम्मद अमीर मोहम्मद खान के निधन पर प्रयागराज के अदबी व मज़हबी रहनूमाओं ने शोक सभा आयोजित कर दिवंगत के लिए दुआ ए मग़फिरत के साथ उनकी खिदमत ए खल्क का तज़केरा किया व श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्के इंतेकाल पुरमलाल पर पुरसा पेश किया।मदरसा अनवार उलूम में मौलाना जवादुल हैदर रिज़वी की क़यादत में शोक सभा में मौलाना जवादुल हैदर रिज़वी ने उन्हें खिदमते दीन मुबीईन ए इस्लाम में ओलमाए आमलीन की हर ऐतेबार से पुश्त पनाही फरमाने वाली अज़ीम शख्सियत बताया।मौलाना सैय्यद रज़ी हैदर रिज़वी ने उन्हें मैदाने मर्सिया ख्वानी के लिए मिसाले शहसवार ,अदब ,तारीख फिक़ाह ,फलसफा जैसे कलाम पर गहरी नज़र रखने वाले मोदबर व मुफक्किर क़रार दिया। मौलाना आमिरुर रिज़वी ने कहा प्रदेश की कई नामी इमारतों व रियासत के मालिक और पचास हज़ार करोड़ से ज़्यादा की दौलत के सरमाया निगार एक सादगी भरी जिन्दगी गुज़ारने और क़ौमों मिल्लत के लिए हमदर्दी रखने वाली शख्सियत के मालिक थे राजा साहब।उम्मुल बनीन सोसायटी के महासचिव सैय्यद मोहम्मद अस्करी ने राजा महमूदाबाद के निधन पर अफसोस ज़ाहिर करते हुए बताया की राजा मोहम्मद अमीर महमूदाबाद से वर्ष १९८५ व १९ ८९ तक महमूदाबाद विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से विधायक रहे।वह लम्बी बिमारी के बाद अस्सी साल की उम्र में बुधवार को इस दुनिया ए फानी से कूच कर गए।उनकी नमाज़ ए जनाज़ा में बड़ी संख्या में लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य शहरों के ओलमाओं समाजी लोगों के साथ तमाम राजनीतिक दलों के लोगों ने महमूदाबाद पहुंच कर शोक जताया।अस्करी ने यह भी बताया की उनकी उर्दू ,अंग्रेजी ,अरबी ,तारीख ,,,साईन्स ,दुनियावी ,सियासत ,इतिहास पर बेहतर पकड़ के साथ गहरी नज़र भी थी।देर शाम उन्हें महमूदाबाद के आबाई जगहां पर सुपुर्द-ए-खाक किया गया।इनके निधन पर प्रयागराज की विभिन्न तनज़ीमों अदबी व मज़हबी रहनूमाओं ने शोक व्यक्त किया।अन्जुमन हाशिमया के मशहद अली खां , खाकान सिब्तैन ,यासिर सिबतैन,अन्जुमन अब्बासिया के वक़ार हुसैन , डॉ अबरार ,अन्जुमन नक़विया के हसन नक़वी व रौनक़ सफीपुरी,हाजी मंज़र कर्रार ,शफक़त अब्बास पाशा ,नजीब इलाहाबादी , अन्जुमन शब्बीरिया के शकील अब्बास ,अरशद नक़वी , अन्जुमन हुसैनिया के मोहम्मद अहमद गुड्डू , मोहाफिज़े अज़ा के बाक़र नक़वी , सैय्यद अज़ादार हुसैन , खुद्दामे मोजिज़नुमा के अध्यक्ष एडवोकेट रज़ा हसनैन , अन्जुमन हैदरिया के बशीर हुसैन,असद हुसैन ,हसन रिज़वी , अन्जुमन आबिदया के मिर्ज़ा काज़िम अली ,शेरु भाई , अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया के मिर्ज़ा अज़ादार हुसैन अब्बू , हसनैन अख्तर आदि ने तहज़ीब अदब इल्म अमल के आफताब के ग़ुरुब हो जाने पर क़ौमों मिल्लत के लिए एक अज़ीम नुक़सान बताया जिसकी भरपाई होना फिल्हाल मुमकिन नहीं