सरकारी निर्देशों के बावजूद भी समूचे क्षेत्र की ठप्प हुई बिजली, लोग परेशान

प्रयागराज ब्यूरो चीफ दुर्गा मिश्रा की रिपोर्ट
कोरांव / बिजली कटौती न किए जाने एवं उनके कर्मचारियों के हड़ताल को लेकर सरकार द्वारा मनाही के बावजूद भी विकासखण्ड कोरांव के समूचे क्षेत्र की बिजली सुबह दस बजे से बाधित कर दी गई और कुछ कर्मचारी फीडर छोड़कर अन्यत्र कहीं गायब हो गए व कुछ पावर हाउस पर ही मोबाइल चलाते समय बिता रहे थे। जैसा कि संविदा बिजली कर्मचारियों ने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने की जैसे ही घोषणा की वैसे ही इस पर सरकार ने गंभीरता से विचार करते हुए सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं एसएसपी को सख्त निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में कहीं की बिजली कटौती न होने पाए और जो भी बिजली कर्मचारी हड़ताल पर जाने का काम करें ऐसे कर्मचारियों के विरुद्ध एम्सा एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजने का काम किया जाए। जिसको लेकर कई जगहों पर जिलाधिकारी की सख्ती भी दिखाई दी और सभी फिडरों पर पुलिस की चौकसी बरती गई जिससे बिजली कटौती की समस्या से लोगों को परेशानियां न उठानी पड़ी किंतु बात करें कोरांव विकासखण्ड के कुछ गांवों की तो लाख सख्ती के बावजूद भी बिजली कटौती कर दर्जनों गांवों को अंधेरे में रहने को मजबूर कर दिया गया। नगर पंचायत के कुछ मुहल्लों के साथ बड़का पुरा, शहीद आरके नगर मुहल्ला, पथरताल, बैदवार, उल्दा, कपासी, मिश्रपुर, धाव, खजुरी, सिपौआ आदि समूचे गांवों की बिजली गुल कर अधिकतर कर्मचारी हड़ताल पर चले गए जिससे लोगों को इस समय भयंकर रूप से लग रहे मच्छरों एवं गर्मी के कारण रात में समस्याएं उठानी पड़ी। अब ऐसी स्थिति में देखना यह होगा कि क्या ऐसे बिजली कर्मचारियों के खिलाफ जिलाधिकारी या बिजली विभाग के उच्च अन्य अधिकारियों के द्वारा क्या कार्यवाही की जाएगी की जाती है